Lokrang Mahotsav 2026: 11-12 April, Jogia Janubi Patti, Kushinagar Edition
Get ready for the vibrant Lokrang Mahotsav 2026, a dedicated, non-governmental celebration of authentic grassroots culture, organised by the Lokrang Sanskritik Samiti in Jogia Janubi Patti, Fazilnagar, Kushinagar. Lokrang 2026 will be organised on 11-12 April 2026, this festival is a pure community initiative focused on the preservation and dignity of folk art. We provide a non-commercial stage for over a thousand artists, primarily farmers and labourers, to showcase the true soul and philosophical depth of folk traditions, especially Bhojpuri culture, free from any political, religious, or caste bias. Join us to experience the genuine spirit of India’s village arts and contribute to a people’s movement for cultural harmony and progressive thought.
लोकरंग 2025 का कार्यक्रम
11 अप्रैलः शुक्रवार
रात्रि 8.30 – 8.40 PM : प्रारम्भिक संबोधन
रात्रि 8.45 – 9.00 PM : ‘लोकरंग-2025’ पत्रिका का लोकार्पण/ कार्यक्रम का अनौपचारिक उद्घाटन।
रात्रि 9.05 – 9.20 PM : गारी गायन। गांव की महिलाओं की प्रस्तुति। गायिकाएं-मतिरानी देवी, इन्द्रावती, सुशीला, हानतारा, खुशबुन और सुभागी ।
रात्रि 9.25 – 9.55 PM: जन गीतः रमाकांत द्विवेदी रमता, बिजेन्द्र अनिल और जन कवि निर्मोही के गीतों की प्रस्तुति। मुख्य गायक-राजू रंजन, आरा, बिहार। अन्य कलाकार-सुनील कुमार, मनोज कुमार और रोहित राज, सनोज कुमार।
रात्रि 10.00-10.25 PM: कुमाऊँ का प्रसिद्ध छोलिया नृत्य। प्रस्तुतिः प्रकाश रावत एण्ड पार्टी, नैनी सैनी, पिथौरागढ़। नेतृत्वकर्ता- प्रकाश रावत। कलाकार- दीपक राज मेहरा, मनोज कुमार, ललित प्रसाद, महेश राम, साहिल प्रसाद, सागर प्रसाद, सुन्दर राम, प्रकाश राम, शंकर राम, गंगा राम, दीपक कुमार, हरी प्रसाद, जीवन राम, संजय कापडी।
रात्रि 10.30-11.00 PM: कबीर गायन। सुप्रसिद्ध कलाकार-पद्मश्री प्रह्लाद सिंह टिपानिया, लून्याखेड़ी, तराना, उज्जैन। अन्य कलाकार- अजय टिपानिया, देवनारायण सिरोलिया, धर्मेन्द्र टिपानिया, हिमांशु टिपानिया।
अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर टिपानिया जी की उपस्थिति अमेरिका, कनाडा, पाकिस्तान, यू.ए.ई., भूटान आदि में हुई है। आपको भारत सरकार द्वारा, 2011 में पद्श्री सम्मान से अलंकृत किया गया है।
रात्रि 11.20. 11.40 PM
कर्मा नृत्य। आदिवासी गोंड एवं धूलिया जनजाति लोकनृत्य ग्रुप, ग्राम/पोस्ट-बिलासपुर, जिला-अनूपपुर, मध्य प्रदेश। मुख्य कलाकार-कमलेश प्रसाद।
रात्रि 11.45-12.05 PM
कार्बी आंगलोंग आदिवासी, रितनांग चिंगड़ी डांस। Artists-Sarlin Ronghang (Groups Leaders), Semson Phangcho, Sarkiri Ronghang, Hemson Engti, Som Nath Rongpi, Hemphu Engti, Bishnu Bey, Sunil Kramsa, Busing Tokbi, Waisong Tisso, Sarim Kramsa, Sermily Rongpharpi, Esther Tokbipi, Ruptalin 𝚃𝚒𝚜𝚜𝚘pi, Hunmily Timungpi, Robina Teronpi, Huna Kramsapi, Mirmili Engtipi, Lokhi Teronpi. (Folks instruments- Chengpi, Chengburup, Pongsi, etc).
रात्रि 12.10- 1.15 PM
नाटकः वीरगति। नाटककार- असग़र वजाहत, परिकल्पना- कन्हैया कैथवास, प्रकाश एवं निर्देशनः तनवीर अख्तर। मंच पर- मो. दानिश, गुडिया, सौरभ राय, इंतिखाब आलम, कुमार संजय, आविश वैद्य, कुमार गौरव, उज्जवल कुमार, आदित्य कुमार, राजन कुमार, दिनेश शर्मा, राजकुमार, सरिता पाल, प्रियांशी कुमारी, पीयूष सिंह और अमन आर्य।
गायन मण्डली- आशुतोष मिश्र, मो. जानी, बुचल भट्ट, विकास पंडित, मिथलेश पंडित, पीयूष सिंह।
प्रस्तुति-इप्टा पटना, बिहार।
12 अप्रैलः शनिवार
विचार गोष्ठीः लोकसंस्कृति, मिथक और विज्ञान
प्रातः 11 बजे से
आमंत्रित अतिथिगण
गौहर रज़ा (वरिष्ठ वैज्ञानिक, लेखक और शायर), प्रतिमा इंधिपी (कर्बी आदिवासी विशेषज्ञ), प्रो. दिनेश कुशवाह (वरिष्ठ कवि, रीवा), रामायण राम, मोतीलाल, श्यामा सिंह, बी. आर. विप्लवी (वरिष्ठ कवि, गोरखपुर), अपर्णा (सह संपादक, गांव के लोग), रामजी यादव (वरिष्ठ साहित्यकार), मनोज कुमार सिंह (वरिष्ठ पत्रकार, गोरखपुर) एवं अन्य साहित्यकार/रंगकर्मी।
12 अप्रैलः शनिवार
रात्रि 8.30 – 8.45 PM
लोकरंग सांस्कृतिक समिति के लोक अभियान और संभावना कला मंच की सहभागिता के संबंध में वक्तव्य।
रात्रि 8.50 – 9.20 PM
बिहार की लोक शैली पुरबी, निर्गुण, बिदेसिया और झूमर लोकगीतों की प्रस्तुति। मुख्य कलाकार-राजू रंजन, सुनील कुमार, मनोज कुमार और रोहित राज, सनोज कुमार, आरा, बिहार।
रात्रि 9.25. 10.00 PM
फरुवाही नृत्य। मुख्य कलाकार-रामवृक्ष कुशवाहा, रामअवध कुशवाहा, जयचन्द, रामध्यान प्रसाद। ग्राम-माधोपुर, सेखवनिया, कुशीनगर।
रात्रि 10.05. 10.25 PM
निर्गुन गायन। सद्गुरु कबीर भजन मंडली, पथरहट गौरी बाजार, देवरिया। मुख्य गायक-संत रामसनेही दास, मेवालाल परदेशी, रोजित अली, अलीउल्लाह, भक्त अमर दास।
रात्रि 10.30- 11.00 PM
कर्बी आंगलोंग आदिवासी ग्रुप, असम का निमसो केरुंग डांस। Artists-Sarlin Ronghang (Groups Leaders), Semson Phangcho, Sarkiri Ronghang, Hemson Engti, Som Nath Rongpi, Hemphu Engti, Bishnu Bey, Sunil Kramsa, Busing Tokbi, Waisong Tisso, Sarim Kramsa, Sermily Rongpharpi, Esther Tokbipi, Ruptalin 𝚃𝚒𝚜𝚜𝚘pi, Hunmily Timungpi, Robina Teronpi, Huna Kramsapi, Mirmili Engtipi, Lokhi Teronpi. (Folks instruments- Chengpi, Chengburup, Pongsi, etc).
रात्रि 11.05- 11.25 PM
गुडुम्ब बाजा नृत्य। आदिवासी गोंड एवं धूलिया जनजाति लोकनृत्य ग्रुप, ग्राम/पोस्ट-बिलासपुर, जिला-अनूपपुर, मध्य प्रदेश। मुख्य कलाकार-कमलेश प्रसाद।
रात्रि 11.30- 11.50 PM
कुमाऊँनी/गढ़वाली लोक नृत्य और गायन। प्रस्तुतिः प्रकाश रावत एण्ड पार्टी, नैनी सैनी, पिथौरागढ़। नेतृत्वकर्ता- प्रकाश रावत। कलाकार- गीतिका दानू, अंकिता रावत, कुमारी अन्नू, दीपक राज मेहरा, मनोज कुमार, ललित प्रसाद, महेश राम, साहिल प्रसाद, सागर प्रसाद, दीपक कुमार, हरी प्रसाद, संजय कापडी।
रात्रि 11.55-1.10 AM
नाटक- उजबक राजा तीन डकैत, लेखक-अलखनन्दन, संगीत, परिकल्पना और निर्देशन-मोहन सागर, मुम्बई। प्रस्तुतिः कहानीबाज, मुम्बई। पात्रः मनीष कुमार, मनीष मिश्रा, खलीक चैधरी, मानसी, कौस्तुभ, एकांश, मानव, साक्षी, प्रसून भार्गव, वी. थस्वी, वेंकट, वैभव।
प्रातः 1.15 -1.20: धन्यवाद ज्ञापन/ग्रुप फोटोग्राफी/समापन।
संचालन
प्रो. दिनेश कुशवाह, हिन्दी विभागाध्यक्ष, रीवा विश्वविद्यालय (म.प्र.), देश के जाने-माने वरिष्ठ कवि।
संभावना कला मंच, गाजीपुर
कविता पोस्टर, भित्ति चित्र, मंच और लोकरंग परिसर की सज्जा।
निर्देशन-सुधीर सिंह/डॉ.राजीव कुमार गुप्ता।



