स्वाधीनता सेनानी और भोजपुरी के प्रसिद्ध कवि रमाकांत द्विवेदी ‘रमता’ जी का जन्म महुली घाट, बड़हरा प्रखंड, जिला भोजपुर में 30 अक्टूबर 1917 को हुआ था ।
24 जनवरी 2008 को वह स्मृतिशेष हुए । रमता जी गोरख पांडेय और विजेन्द्र अनिल की परम्परा के गीतकार रहे और उन्होंने अनेकों यादगार गीतों की रचना की। ‘हमनी देशवा के नया रचवइया हईं जा, हमनी साथी हईं, आपस में भइया हईं जा या ’राजनीति सबके बूझे के बूझावे के परी’ आदि गीत भोजपुरी गीतों के क्रांतिकारी चेतना की थाती हैं।
हम ऐसे ही महान जनपक्षधर गीतकार को, उनके जन्मशदी वर्ष 2018 में याद करते हुए, ‘लोकरंग 2018’ को उन्हें समर्पित किए ।